पिता होते हैं महान-“आशा जाकड़”

पिता होते हैं महान
समुद्र से गंभीर हिम से अटल,
ऊपर से कठोर अंदर से सरल।
हृदय से विशाल मन के सरल,
जो समझे पितृ को,होते विरल।
सिखाते त्याग बलिदान।
पिता होते हैं महान ।।

मां धरा है तो पिता है आकाश,
बच्चों का बढ़ता आत्मविश्वास।
मां दीपक है , पिता है प्रकाश,
मां जीवन है , पिता देता श्वास।
अनेक गुणों की खान।
पिता होते हैं महान ।।

पिता मुख से बोलते नहीं है,
पर मन की बात जान लेते हैं।
बच्चों की हर ख्वाहिशों को,
पूरा करने की ठान ही लेते हैं।

देते हैं वे अपूर्व ज्ञान।
पिता होते हैं महान।।

चाहते अपने से अधिक ऊंचा,
बच्चों को आस्मां सा उठाना।
सिखाते मेहनत व सत्कर्म से,
कुल का मान ऊंचा बढाना ।
बस चाहे मान -सम्मान।
पिता होते हैं महान ।।

पिता होते हैं वेद और पुराण ,
बच्चों में करते संस्कार निर्माण।
हर समस्या का वह समाधान ,
संग है पिता तो साथ भगवान।
है ईश्वर का वरदान ।
पिता होते हैं महान।।

आशा जाकड़

पिता होते हैं महान
समुद्र से गंभीर हिम से अटल,
ऊपर से कठोर अंदर से सरल।
हृदय से विशाल मन के सरल,
जो समझे पितृ को,होते विरल।
सिखाते त्याग बलिदान।
पिता होते हैं महान ।।

मां धरा है तो पिता है आकाश,
बच्चों का बढ़ता आत्मविश्वास।
मां दीपक है , पिता है प्रकाश,
मां जीवन है , पिता देता श्वास।
अनेक गुणों की खान।
पिता होते हैं महान ।।

पिता मुख से बोलते नहीं है,
पर मन की बात जान लेते हैं।
बच्चों की हर ख्वाहिशों को,
पूरा करने की ठान ही लेते हैं।

देते हैं वे अपूर्व ज्ञान।
पिता होते हैं महान।।

चाहते अपने से अधिक ऊंचा,
बच्चों को आस्मां सा उठाना।
सिखाते मेहनत व सत्कर्म से,
कुल का मान ऊंचा बढाना ।
बस चाहे मान -सम्मान।
पिता होते हैं महान ।।

पिता होते हैं वेद और पुराण ,
बच्चों में करते संस्कार निर्माण।
हर समस्या का वह समाधान ,
संग है पिता तो साथ भगवान।
है ईश्वर का वरदान ।
पिता होते हैं महान।।

आशा जाकड़

पिता होते हैं महान
समुद्र से गंभीर हिम से अटल,
ऊपर से कठोर अंदर से सरल।
हृदय से विशाल मन के सरल,
जो समझे पितृ को,होते विरल।
सिखाते त्याग बलिदान।
पिता होते हैं महान ।।

मां धरा है तो पिता है आकाश,
बच्चों का बढ़ता आत्मविश्वास।
मां दीपक है , पिता है प्रकाश,
मां जीवन है , पिता देता श्वास।
अनेक गुणों की खान।
पिता होते हैं महान ।।

पिता मुख से बोलते नहीं है,
पर मन की बात जान लेते हैं।
बच्चों की हर ख्वाहिशों को,
पूरा करने की ठान ही लेते हैं।

देते हैं वे अपूर्व ज्ञान।
पिता होते हैं महान।।

चाहते अपने से अधिक ऊंचा,
बच्चों को आस्मां सा उठाना।
सिखाते मेहनत व सत्कर्म से,
कुल का मान ऊंचा बढाना ।
बस चाहे मान -सम्मान।
पिता होते हैं महान ।।

पिता होते हैं वेद और पुराण ,
बच्चों में करते संस्कार निर्माण।
हर समस्या का वह समाधान ,
संग है पिता तो साथ भगवान।
है ईश्वर का वरदान ।
पिता होते हैं महान।।

आशा जाकड़

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *