
क़ुरान भी अच्छी लगती है मुझे , गीता का ज्ञान भी मेरा है ।
मुझ पर बरसती हैं मेहरबानियाँ बहुत , अल्लाह मेरा है , और भगवान भी मेरा है ।
गुरु ग्रन्थ साहब भी नायाब है , बाइबल भी बहुत उमदा है , मैं हर धर्म , हर दीन का मान सम्मान करता हूँ , मेरा ज़मीर ज़िन्दा है ।
मौला भी मेरा है , ईश्वर भी मेरा है , सब मालिक हैं मेरे , परम पिता परमेश्वर भी मेरा है ।
मैं हर धर्म और दीन की इज़्ज़त करता हूँ , मैं हर इंसान से प्रेम प्यार करने की चाहत और हसरत रखता हूँ ।
उस मालिक को किसी भी नाम से पुकार लो , उसकी इनायते रहमत है हमेशा इस पूरी कायनात पर , गर्व करो यारो , उसकी दी हुई हर सौग़ात पर ।
हिंदू , मुस्लिम , सिख , ईसाई , सब हैं मेरे परिवार के सदस्य , सब हैं मेरे भाई ।
दोस्तो , अगर आप पूछोगे कि मेरा दीन क्या है , तो मेरा दीन मानवता है ।
और ये दिली हसरत है मेरी , के जीवन में सब के , होनी चाहिए सार्थकता है ।
मैं हर चेहरे पर मुस्कुराहट की आहट देखना चाहता हूँ , और लबों पर ख़ुशियों की सजावट देखना चाहता हूँ ।
आख़िरकार फिर कोई भी इंसान क्यूँ terrorist बन जाता है , मैं विस्तार में करना चाहता हूँ इसका विश्लेषण ।
हर इंसान अपने पाक और पवित्र ज़मीर की मूर्त देख पाए , मैं इजात करना चाहता हूँ ऐसा एक दर्पण ।
किसी बेगुनाह को मौत के घाट उतर देना , ये पाप है , घोर अन्याय है , ये terrorist भटके हुए हैं , इस बात का यही अभिप्राय है ।
गुज़ारिश है तुझ से मालिक , इन्हें सही मार्ग का दर्शन करा , इन्हें सदभावना के मार्ग पर चलने की राह दिखा ।
बदल दे तू इन terrorists की फ़ितरत , इनके दिलों में आख़िर क्यूँ सुलग रही है इतनी नफ़रत ?
मालिक , बदल दे तू इनकी सोच , इनकी नफ़रत को तू बना दे अहसासे मोहब्बत !
मेरे मालिक , तू हमें निराश ना करना , तेरे ही हाथों में इस पूरी कायनात की पूरी बागडोर है ।
तुझ से फ़रियाद ना करें तो किस से करें , बता सिवा तेरे हमारा कौन और है ?
लेखक———निरेन कुमार सचदेवा।
Let’s all pledge to love mankind and respect ✊ all religions !!