
ज्ञान की देवी तू है
तू ही माता शारदे
सातों सुर के सरगम तुझसे
कोयल वाणी बोले वह
जिसके कंठ तेरा वास रहे
हंस वाहिनी जब तू आती
संग वसंत का बाहर लाती
हर दिशा में हरियाली छाए
वीणा वादिनी मैया रानी
लेखन ,गायन, पठान-पाठन,
सब पर ही तेरा उपकार रहे
श्वेत कमल है ,तुझको अर्पित
पूरे वर्ष विद्यार्थियों को तेरे आने का इंतजार रहे
हर्ष ,उमंग, उल्लास से भरा
यह वसंत पंचमी का त्यौहार है
तमन्ना✒️