
आई है दिवाली,
संग साफ सफाई लाई
जला कर दीपक,
घर द्वार सजाए,
हर एक शहर को
अयोध्या बनाए,
हर एक चेहरे पर खुशियां छाई,
अपनों के संग दी बधाई
मिठाई खिला कर त्यौहार मनाया,
आतिशबाजी से धूम मचाया।
ले कर लक्ष्मी जी का आशीर्वाद
आपसी मत भेद भुलाया।
अंधेरी रात में रोशनी जलाई
तारो के बीच रंगोली सजाई।
प्रतिभा जैन टीकमगढ़ मध्य प्रदेश