एक बेटी की नजर मे पिता-“प्रीति चौहान”

बेटी की जान होता है पिता,
बेटी का स्वाभिमान होता है पिता,

बेटी की खुशियों की कुंजी होता है पिता,
बेटी के लिए उसका सम्पूर्ण संसार होता हैं पिता

बेटी का आत्मविश्वास और गुरूर होता है पिता ,
बेटी के लिए विश्वास और उम्मीद की किरण होता है पिता,

बेटी के लिए तपती धूप मे ठंडी छाँव होता है पिता,
बेटी के लिए उसका सुरक्षा कवच होता है पिता ,

बेटी के सपनों की उड़ान होता है पिता ,
बेटी के लिए अनुशासन की सीख होता है पिता,

बेटी के लिए दुनिया का सबसे कुशल योद्धा होता है पिता।
प्रीति चौहान
शोधार्थी

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