
किसी ने लिखे ये मार्मिक ,दिल को छूने वाले कुछ शब्द , क्या ज़रूरत थी मुझे दो घरों की जब दोनो घरों में पराई थी मैं , मैंने कुछ और पंक्तियाँ जोड़ी हैं —————————
कश्मकश ये है कि इस नए घर में भी पराई ही रही, जिसके लिए अपना पुराना घर छोड़ कर आयी थी मैं ।
अब लगता है कि दो नावों पर सवार हूँ मैं , पर किसी भी नाव को नहीं दिख रहा कोई छोर, अगर कोई विपदा आएगी तो मैं जायूँगी किस ओर ?
माँ बाप का वो अमूल्य घर , वो प्यार , जहाँ बीता था मेरा बचपन !
जिस दिन मैं उस घर से हुई थी विदा और कुछ हद तक पराई , उसी दिन टूट सा गया था और कुछ बँट सा गया था मेरा मन ।
वैसे तो नारी जीवन है एक झूले की तरह , कभी इस पार , कभी उस पार ।
और ये भी कहना अनुचित ना होगा कि मुमकिन है , और मौला ने चाहा तो दोनो घरों में उसे मिलेगा भरपूर प्यार ।
कभी कभी इन रीति रिवाजों के बारे में सोच मुझे होती है बहुत हैरानी , छोड़ना पड़ता है हर नारी को वो घर , जहाँ बीता था उसका बचपन , और कुछ हद तक जवानी ।
ये मायका और ससुराल जैसे शब्द , हम इंसानों ने ही तो किए हैं इजात , ये सब कर क्या हम जान पायें हैं किसी भी औरत के दिली अहसास और जज़्बात ?
ख़ैर , मेरा दिल नहीं मानता कि मायके के घर में औरत कभी भी होती है पराई !
यक़ीन मानो वहाँ तो उसकी परछाईं तक रोम रोम में है समाई !
माँ बाप जब अपनी बेटी को विदा करते हैं तो वो किसी को सौंप देते हैं अपने दिल का एक टुकड़ा ।
और अगर वो अपने नए घर में ख़ुश ना होगी ,तो सिर्फ़ वो ही जानते हैं कि क्या होता है दुखड़ा ।
ऐसा नहीं कि उन्हें ख़ुशी नहीं होती , लेकिन होता है दर्द भी ,लेकिन वो ये सोच हौंसला कर लेते हैं कि ये तो रीत है सदियों पुरानी ।
लेकिन ये सोच उनका भी कभी कभी व्याकुल हो जाता है मन , कि क्या वो ससुराल में भी कर पाएगी मनमानी ?
क्या लिखूँ , असमंजस में हूँ , मैं तो यही चाहूँगा कि किसी भी दुल्हन को शादी के बाद ये नहीं लगना चाहिए कि वो हो गयी है पराई , उसे तो लगना चाहिए कि अब वो बन गयी है दो घरों की लाड़ली रानी और महारानी ।
और इस बात का दारोमदार उसके शौहर पर भी निर्भर है , उसे ऐसा भर्ताव करना चाहिए कि उसकी सजनी लगे सब को अपनी ।
और अगर आप मेरी दिल की पूछो , तो मैं यही चाहूँगा कि हर नारी को ससुराल में मिलना चाहिए इतना मान , सम्मान और अपनापन कि वो भूल जाए अपने मायके को और बस दिल से पसंद करे ससुराल के ज़ायक़े को !
Friends, I broke down while writing ✍️ these few lines !!
I wholeheartedly salute all women !!