
आस्था का महापर्व छठ पूजा
खुशियों और उमंग की सौगात लाया
सूर्य देव की करें हम मिल कर उपासना
दो बार चैत्र और कार्तिक माह शुक्ल पक्ष
षष्ठी का चार दिवसीय यह पावन पर्व
व्रती करते३६ घंटे का आस्था सेनिर्जला व्रत
इसकी शुरुआत होती नहाय-खाय से
प्रात:व्रती पवित्र गंगा नदी में स्नान करते
माटी के चूल्हे पर बनता है इनका भोजन
अरवा चावल,कद्दू कीसब्जी ,और
चने की दाल का शुद्ध प्रासाद बनाया
साफ -सफाई और पवित्रता का ध्यान
दूर देश से बच्चे आ जाते हैं घर को
बड़े प्रेम ,उत्साह , आस्था से भरा
छठ मैया का घर द्वार जय छठी मैया
नहाय-खाय की सभी को शुभकामनाएं! !
(स्वरचित)
_डॉ सुमन मेहरोत्रा
मुजफ्फरपुर, बिहार