
तेरी जैसी कोई मिली ही नहीं, कैसे मिलती , तेरे जैसी कोई थी ही नहीं।
दीवाना कर दे जो मौसमों को, तुझ में हैं ऐसी अदाएँ , जो हवाओं को गुनगुनाने पर मजबूर कर दे, तुझ में हैं वो सदायें ।
हुस्न की देवी भी जिस से शर्मा जाए, तुझ में वो बात है, तू महज़ मेरे लिए भेजी हुई धरती पर, उस रब की सौग़ात है ।
नज़ाकत तुझे देख, अपना मुँह छिपाने लगती है, ख़ूबसूरती तुझे देख, ख़ुद से शर्माने लगती है ।
तेरी सादगी की अदा देख, मासूमियत भी है हैरान, तू इंसान हैं या फ़रिश्ता , ये सोच हैं सब परेशान ।
ये क्या, तूने गीत गुनगुनाया तो कोयल भी सुनने आ गयी, तेरी आवाज़ शायद उसको भी है भा गयी ।
तूने झुलफें बिखेरीं तो हो गया अँधेरा, ये क्या , क्या तूने झुलफें फिर से समेट लीं हैं , नहीं तो क्यूँ फिर से अचानक हो गया है सवेरा ?
तू थिरकने लगती है तो मोर भी तुझे देख हो जाता है भावुक, और तुझ से मुक़ाबला करने का हो जाता है इच्छुक ।
हैं तुझ में इतनी सारी ख़ूबियाँ , तभी तो पूरी कायनात में फैली हुई हैं तेरी मशहूरियाँ ।
अब लोगों की बुरी नज़र से कैसे मैं तुझे बचाऊँ , ऐ काश कि मैं तुझे, अपने दिल में क़ैद कर पाऊँ ।
क्या इस बात के लिए है तू तैय्यार, मेरे दिल की धड़कनों को भी है तेरा इनतज़ार ।
मेरे दिल की क़ैद में अगर तू रहेगी तो मैं कर पाहूँगा तेरी हिफ़ाज़त ।
और अगर ऐसा हो जाए , तो मैं अपने आप को मानूँगा ख़ुशक़िस्मत ।
लेखक——-निरेन कुमार सचदेवा।
I wish my lover could be captured in such a way , that she stays in my heart ♥️ for years and years !!