सदा मुस्कुराते रहें-“निरेन कुमार सचदेवा”

किसी ने लिखा , कुछ और तो नहीं है मेरे ग़रीब दामन में , अगर क़ुबूल हो तो अपने होठों की हँसी दे दूँ ।
हमने कहा , ये क्या बात कही आपने , ज़र्रानवाजी है आप की , आपकी इस हँसी के तो हम क़ायल हैं , आपकी हँसी हमें दीवाना बना देती है , कर देती थोड़ा पागल है।
किस ने कहा कि आप ग़रीब हैं , आप तो सब से अमीर हैं , हँसी बाँट रहे हैं , ख़ुशी बाँट रहे हैं ।
ग़रीब तो वो हैं जो ना कोई अहसास बाँट सके , ना ख़ुशी , ना हँसी बाँट सके ना भावनाएँ , नहीं चाहिए ऐसा अमीर , इस से तो बेहतर है कोई फ़क़ीर !
कोई अमीर है तो क्या , क्या वो हमें कुछ दे रहा है , अमीर बहुत ख़ुदगर्ज़ हैं , पत्थर दिल होते हैं , हमने तो यही सुना है ।
आपके ग़रीब दामन की हँसी , साथ में लाती है हज़ारों दुआएँ , हज़ारों सौग़ातें , हज़ारों नियामतें , आपकी हँसी तो है एक ख़ज़ाना , बस यही है आपको हमे समझाना ।
चाँदी के सिक्कों की झंकार से बेहतर है आपकी हँसी , करती प्यार का इज़हार है आपकी हँसी , देती सुकून और क़रार है आपकी हँसी ।
इंतज़ार करते हैं हम आपको मिलने का , सबब है आपकी मुस्कुराहट , आपकी हँसी , ये देती है हमें भरपूर ख़ुशी ।
आप जैसे लोग हमें अच्छे लगते हैं , जिनके लबों पर मुस्कुराहट हो , प्यार की आहट हो , सादगी हो , ना कोई बनावट हो ।
अगर हमें चुनना हो तो हम उस ग़रीब का करेंगे चुनाव , जो हँसी बाँटना जानता हो , उस से यक़ीनन हम को हो जाएगा लगाव ।
अपना दामन ग़रीब ही रखना , हमको अपने क़रीब ही रखना ।
ख़ुशनसीब हैं हम, हासिल हुआ आपका दामन ग़रीब , ख़ुशक़िस्मती है हमारी , बहुत शुक्रिया जनाब ।
अदभुत हँसी आपकी , खिला देती है जिंदगानियों में फूल ऐ गुलाब ।
तो अब फिर कभी मत पूछना कि हँसी क़ुबूल है के नहीं , तहे दिल से क़ुबूल है , आपका बहुत शुकराना ।
सोचो तो , हँसी तो हम मुफ़्त में बाँट सकते हैं , ये भी नहीं करने को है तैयार आजकल का मतलबी ज़माना !!
लेखक——-निरेन कुमार सचदेवा
Keep smiling friends, you look amazingly beautiful when you are smiling !!

1 Comment

  1. Ritu jha

    Wah wah khoob 👌👌✍️✍️

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *