
01 फरवरी
सरोज सेवा संस्थान बघनोचा, वैशाली में पटना पाइरेट्स कबड्डी टीम ने भ्रमण किया। इस टीम में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी मयूर कम,बाबू एम एवं डेनियल ओधियांबो ने अपने प्रतिभा को दर्शाते हुए बच्चों को कबड्डी का प्रशिक्षण दिया। सरोज सेवा संस्थान के समाज में महत्वपूर्ण भूमिका ने इन खिलाड़ियों को यहां आने के लिए आकर्षित किया।ऑनलाइन रूप से लेफ्टिनेंट कर्नल मनमोहन ठाकुर ने एवं प्रत्यक्ष रूप से संस्थान के सदस्यों ने खिलाड़ियों का स्वागत किया। पटना पाइरेट्स लीग की सबसे सफल फ्रेंचाइजी है, यह 9 में से 6 सीजन के पले आफ मूकाबला में पहुंचने वाली एकमात्र टीम है। पाइरेट्स में सीजन 5,4,3 प्रतिष्ठित खिताब जीता और प्रो कबड्डी के सीजन 8 में उपविजेता बनी।पाइरेट्स कबड्डी के सीईओ पवन एस राणा ने कहा टीम इंडिया पाइरेट्स हमेशा कबड्डी के लिए जमीनी स्तर के प्रतिभाओं को निखारने में विश्वास रखती है। पटना से कुछ दूर सरोज सेवा संस्थान बघनोचा में जाना उन छोटे बच्चों से बात करने का शुभ अवसर था जो अपने सपनों को हासिल करने के लिए उत्साहित हैं। यह एक अद्भुत अनुभव हमारे खिलाड़ियों को मिला जिन्होंने संस्थान का दौड़ा किया।
इन खिलाड़ियों ने अपने सीजन 10 के घरेलू मैच 26 जनवरी से 31 जनवरी 2024 तक पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स में खेला। टीम इस चरण के लिए पूरी तरह तैयार थी एवं इन्होंने प्रशंसकों के सामने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। पाइरेट्स टीम कबड्डी खेलने के लिए जाना जाता है । इस बार प्रेरणादायक जयकारे ‘फिर से गर्दा उड़ा देंगे’से दर्शकों को उत्साहित कर दिया। युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के साथ टीम के संयोजन को संतुलित बनाकर रखा।चैंपियंस ने पहला मैच 26 जनवरी को बंगाल वारियर्स के खिलाफ खेला, इसके बाद 27 जनवरी को पुणेरी पलटन,29 जनवरी को गुजरात जॉइंट्स एवं 31 जनवरी को बेंगलुरु बुल्स के खिलाफ मैच खेला, प्रत्येक मैच में दर्शकों को रोमांचित किया।
यहां आकर खिलाड़ियों ने संस्थान के छात्र-छात्राओं से यहां के सदस्यों से मिलकर अति हर्षित हुए । एक पिछड़े गांव में बच्चों के शिक्षा से लेकर खेल कूद तक के सभी जरूरत के सामानों को देखकर प्रसन्न हुए।उन्होंने संस्थान के द्वारा बच्चों के भविष्य एवं उनके चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली और अतुलनीय कायों की सराहना की।उन्होंने खेल के विषय को अति महत्वपूर्ण बताया एवं भारत के उभरते नए हुनर का स्वागत किया जिस तरह वे स्वयं राष्ट्र से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जीत का परचम लहरा रहे हैं इस तरह उन्होंने अन्य खिलाड़ियों के भी मेहनत एवं संघर्ष को नमन किया। उन्होंने कहा भारत के खिलाड़ी केवल मंच का इंतजार कर रहे हैं इन्हें खेल जगत में इतिहास बनाने से कोई नहीं रोक सकता साथ हीं इन्होंने संस्थान में आना बहुत महत्वपूर्ण माना। यहां की कला, बच्चों का उत्साह और कर्नल ठाकुर के सहयोग ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया। उन्होंने सबको धन्यवाद दिया एवं खेल जगत में आने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। लेफ्टिनेंट कर्नल मनमोहन ठाकुर ने कहा कि गाँव के बच्चों को खेल कूद की सुविधा उपलब्ध कराने में संस्थान कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस तरह के कार्यक्रम हमेशा होते रहेंगे जिससे बच्चों को खेल जगत में परचम लहराने का अवसर मिलेगा। रामचन्द्र पंडित, रघुनाथ राय, कमलेष कामत, उर्मिला देवी, खुशबू कुमारी, अंशु कुमारी, अंशिका, अंकित, अमर,अमन, लक्ष्मी कुमारी, ननकी पासवान आदि ने मिलकर कार्यकम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।