नेक नामी की कमाई “हास्य रस (कविता)”

आप।आप,का चेहरासुन्दर है।कपड़े!और भी सुंदर हैं!आप का घर!अति शोभनीय!अपना है !अति उत्तम!धनवान हैं?नहीं ,खाता -पीता इंसान हूं!क्या,मजाक है,भगवान…

मुलशंकर बने महर्षि दयानन्द – “डॉ गुलाब चंद पटेल”

जन्मे दयानन्द 12 फरवरी 1824 मोरबी टंकारा गुजरातमुंबई की रियासत मोरबी काठीयावाड राजकोटकुरीतियां अंध विश्वास का विरोध कियाआर्य…

लंगट सिंह कॉलेज

आपने लंगट सिंह कॉलेज, मुज़फ़्फ़रपुर का नाम सुना होगा। इसके संस्थापक थे लंगट सिंह। सन 1899 में इस…

गीत

उनकी याद में ऑखें लगी, बरसात हो गई!बीते सपनों से मुझे जगा, ये 'रात' सो गई !! यही…