बाप….

भाई चाचा ससुर सेएक बाप का रिश्ता भारी हैचाहे कितना भी सोच लोबात मेरी ये खरी है और…

मेरे पापा /पिता

अतुलनीय व्यक्तित्व पिता का, पल में पीड़ा हरते थे ।प्रतिपल ही खुशियों से मेरी,बाबुल झोली भरते थे।। जीवन…

पिता — “अभय”

दर्द को पीता रहा,बोला नहीं,कष्ट को सहता रहा,तौला नहीं।होम जीवन कर दिया,नव‌-पीढियों के वास्ते,पांव के छालों का भेद…

मेरे पापा

मेरे पापा थे बहुत ही प्यारे और न्यारेबहुत मेहनती और थे वह स्वाभिमानीउनसे ही हमारा जीवन सुखकर बनासीधा…

पिता हैं व मेरे

परिवार की शान हैं वमेरी जिंदगी के भगवानपिता हैं व मेरेमुझ पर है उनका बड़ा एहसान। मेरा स्वाभिमान…

मेरे पिता

कैसे लिखा जाए अब पिता की परिभाषा!!वे ही तो हैं एक,जो जीवन के घोर नैरास्यता में भी..मन में…

पिता

पिता की तरह प्यार जताना बहुत मुश्किल है, पिता की तरह रहना बहुत मुश्किल है पिता की तरह…