Posted inArticles संस्मरण-“विकास अग्रवाल बिंदल” अनन्य भाव से माँ शारदे को अनंत नमन और धन्यवाद संस्मरण चाय-कॉफी जब मैं सरस्वती शिशु मंदिर, जहाँगीराबाद… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inArticles शाक्तवाद एवं शाक्त सम्प्रदाय का उपासना में शक्ति-“सत्येन्द्र कुमार पाठक” शाक्त सम्प्रदाय में सर्वशक्तिमान देवी माना गया है। शाक्त धर्मावलंबी द्वारा विभिन्न देवियों की भिन्न भिन्न रूप में… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inpoetry पिता-“डॉ़ . कुसुमलता” पिता वह वटवृक्षजो सदा खड़े रहकरछाया प्रदान करते ।पिता बहते पानी की नदीजिसके जल सेपरिवारजन होते तृप्त ।पिता… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inpoetry एक बेटी की नजर मे पिता-“प्रीति चौहान” बेटी की जान होता है पिता,बेटी का स्वाभिमान होता है पिता, बेटी की खुशियों की कुंजी होता है… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inpoetry मैं, मैं ना रहा-“डॉ विकास शर्मा” मैं, मैं ना रहाउनसे मिलने के बादखुद को भूल गयाबस रही वो ही याद……. फटी पड़ी थी झोलीऔर… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inpoetry सुनो!-“डॉ विकास शर्मा” बहुत याद आ रही है तुम्हारीये बेरुखी तुम्हारीमुझ पर पड़ रही है भारी तुम्हारा बात बात परवो 'ओये'… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inArticles पितृपक्ष के सोलह दिवस-“विकास अग्रवाल बिंदल” अनन्य भाव से माँ शारदे को अनंत नमन और धन्यवाद भादों मास की पूर्णिमा से आरंभ हो ।आश्विन… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inpoetry ज़िन्दगी को यूं न आजमाना चाहिए।-“अनूप दीक्षित”राही” ज़िन्दगी को यूं न आजमाना चाहिए।फ़र्ज़ तो फ़र्ज़ है उसको निभाना चाहिए।।मेरे यकीन को तुमने अब कहीं का… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inpoetry खालीपन-“डॉ गुलाब चंद पटेल” खालीपन हे मुज ह्रदय में,कुछ भी स्पष्ट नहीं है मन में,दूविदा हे इस चिट मे, कुछ कहने के… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inArticles poetry हम सब सुदामा ही तो हैं-“दास अरूण” भगवान श्रीकृष्ण का सुदामा जी के प्रति प्रेम परमसत्य था परंतु यह चने वाली घटना का उक्तसंदेश में… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023