Posted inArticles दो दो संस्कृति के बीच मे पीसता सा जीवन है-“राजमाला आर्या” त्योहारों का देश मेरा ,,बड़ी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों पर निर्भर है ।माँ कहती आज अखाती तीज है ।टारगेट… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry आई है दिवाली-“प्रतिभा जैन” आई है दिवाली,संग साफ सफाई लाईजला कर दीपक,घर द्वार सजाए,हर एक शहर कोअयोध्या बनाए,हर एक चेहरे पर खुशियां… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inArticles shayari संसार-“बृजेश आनन्द राय” संसार के किसी अन्य व्यक्ति से नहींएक मात्र तुमसे आशा थी कि-- हम-तुम…'साथ बिताए न बिताए हर इक… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry एक दीया-“जगदीश कौर” एक दीया जलाओ विश्वास का ।सबके हौसले और आस का ।हो या जात धर्म से बहुत दूर ।हो… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry एक छोटी सी मुस्कान-“कौशल किशोर” न जान न पहचान,बस एक छोटी सी मुस्कान। बन जाए कभी संगिनी, कभी दोस्त महान। तेरी एक छोटी… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry भूले से भुलाया नहीं जाता-“डॉ सुलक्षणा” भूले से भुलाया नहीं जाता वो पहले मिलन का अहसास,कैसे तुम्हारी इक छुअन से, जाग उठी मिलन की… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inshayari ना जाने-“डॉ सुलक्षणा” ना जाने कब रहमत होगी परवरदिगार की,तड़प बढ़ती ही जा रही है तुम्हारे दीदार की।टकटकी लगाए बैठी रहती… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry सुनहरे ख्वाब-“डॉ सुलक्षणा” सुनहरे ख्वाब पलकों पर सजाया करती थी,तस्वीर तुम्हारी आँखों में बसाया करती थी। सुनो मिलती थी जब भी… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry ए दोस्त!-“डॉ सुलक्षणाए” ए दोस्त! कुछ इस तरह से अपनी दीवाली मनाना,रिश्तों की दहलीज पर प्रेम का दिया तुम जलाना। देख… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inpoetry इष्ट देव को नमन-“डाॅ सुमन मेहरोत्रा” बना प्यार जिसका सुगंधित सुमन है।अपने -अपने इष्ट देव को नमन है।जहां दृष्टि डाली बनी धूल चंदन।जिसे छू… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023