Posted inghazal poetry अपनी ज़िन्दगी के बारे में आप क्या सोचते हो-“निरेन कुमार सचदेवा” क्या सोचते हैं आप , ज़िंदगी नायाब हैं या आज़ाब ?क्या सोचते हैं आप ,ज़िंदगी निकम्मी है या… Posted by Rajni Prabha January 23, 2024
Posted inpoetry गिड़गिड़ाएगा अत्याचार-“डाॅ०अनिल गहलौत” गिड़गिड़ाएगा अत्याचार।फूल यदि बन जाए अंगार।। लिया कंधे पर सूरज लाद।किया हमने तम का निस्तार।। राम पर है… Posted by Rajni Prabha January 23, 2024
Posted inpoetry साफ-सफाई का उगा-“डाॅ०अनिल गहलौत” साफ-सफाई का उगा, कैसा नवल प्रभात।भ्रष्टों, चोरों के लिए, कर दी दिन में रात।। खुली देश की आँख… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inpoetry माया यह मरती नहीं-“डाॅ०अनिल गहलौत” माया यह मरती नहीं, मर-मर गए शरीर।सच सबको बतला गया, वह मर्मज्ञ कबीर।। पथ में काँटे देखकर, होना… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inpoetry गिड़गिड़ाएगा अत्याचार-“डाॅ०अनिल गहलौत” गिड़गिड़ाएगा अत्याचार।फूल यदि बन जाए अंगार।। लिया कंधे पर सूरज लाद।किया हमने तम का निस्तार।। राम पर है… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inArticles अपनी ज़िन्दगी के बारे में आप क्या सोचते हो-“निरेन कुमार सचदेवा” क्या सोचते हैं आप , ज़िंदगी नायाब हैं या आज़ाब ?क्या सोचते हैं आप ,ज़िंदगी निकम्मी है या… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inpoetry ऐसा भारत देश बनाएं-“एच.एस.चाहिल” आओ हम सब मिलकर,ऐसा भारत देश बनाएं। सारी दुनियां से न्यारा हम,अपना भारतवर्ष सजाएं। आओ हम सब मिलकर.......… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inArticles क्या सीखा हमने पतंग उड़ा कर-“निरेन कुमार सचदेवा” किसी ने लिखा , छत से पेंच लड़ाने का आविष्कार इंडिया में ही हुआ है , अब बात… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inpoetry पंगु हुए संकल्प जब-“डाॅ०अनिल गहलौत” पंगु हुए संकल्प जब, भरे न चाह उड़ान।भुजबल के रहते मनुज, हारे फिर मैदान।। गिरे अर्श से फर्श… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024
Posted inpoetry सजल-“डाॅ०अनिल गहलौत” जनता ने कस ली कमर, अपना आप सँभाल।आँखों के डोरे हुए, देखो कैसे लाल।। सत्य सनातन पर उठी,… Posted by Rajni Prabha January 20, 2024