काशी काव्य गंगा साहित्यिक मंच 102 वीं गोष्ठी मनाया गया-“”

वाराणसी:: काशी काव्य गंगा साहित्यिक मंच वाराणसी की 102 वीं गोष्ठी श्रीवास्तव म्युचुअल फंड कार्यालय, यादव कटरा सनबीम…

ग़ज़ल-“बृजमोहन”

कोई अपना रुआब देने लगे ।तल्ख़ियों में जवाब देने लगे ।। जिन्हें लायक बना दिया हमनें ।दोष वे…