Posted inArticles सनातन संस्कृति की आत्मा है सरयू नदी-“सत्येन्द्र कुमार पाठक” पुराणों , आनंद रामायण के अनुसार के अनुसार भगवान विष्णु के नेत्रों से प्रकट हुई सरयू नदी हैं।… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inArticles Short Story संकटमोचन हनुमान जी-“सत्येन्द्र कुमार पाठक” भक्ति की लोकप्रिय अवधारणाओं और भारतीय महाकाव्य रामायण में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में प्रधान हनुमान जी भगवान शिवजी… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry पूर्णिका-“भीम सिंह नेगी” पानी सिर के ऊपर आज बह रहा है ।कितने गम दीवाना आज सह रहा है । जिंदगी भर… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry धर्म की बीमारी-“डॉ विनोद कुमार शकुचंद्र” धर्म की बीमारी, जाति का चश्मा लाया हूंइंसानियत पर अज्ञान की अंधता,लाया हूं रहे हैं दिखा,धर्म के कागज़ात… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry हे मातृभूमि-“तरुण बंदा” हे मातृभूमि ! तेरे चरणों में सिर नवाऊँ ।मैं भक्ति भेंट अपनी, तेरी शरण में लाऊँ । माथे… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry हम सनातनी अनुपातक हैं-“बृजेश आनन्द राय” हम सनातनी अनुपालक हैं, राम नाम गुण गाएंँगे।राम-कथा को कहते-सुनते, निर्मल-मन हो जाएंँगे।। रामकथा सुखदाई जिसमें, मानस मोती… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry बेटी-“संध्या सिंह” मेरे घर की शान है बेटी।आन मेरी अरमान है बेटी।।पिता का सम्मान है बेटी।मां की पहचान है बेटी।।सुख-दुख… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry आज देखो अवध मे सियाराम आये है-“अमन रंगेला” सजाओ आज पथ सारे,अवध मे सिया संग राम आये है।राम लला एक मात्र,जग के पालनहार है।।बजाओ ढोल मिल… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inpoetry बेटी से शान घर की-“प्रतिभा पाण्डेय” हर जगह सफल रहना मेरी बेटी,मेरे विश्वास पर विश्वास रखना मेरी बेटी,अँगुली पकड़कर चलना सिखाऊॅगी मैं,हमेशा जोश-उत्साह से… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024
Posted inArticles किसी का दर्द अपना दर्द बना कर तो देखो-“निरेन कुमार सचदेवा” अगर तुम दर्द महसूस कर सकते हो तो तुम यक़ीनन ज़िंदा हो—-लेकिन अगर तुम किसी और का दर्द… Posted by Rajni Prabha February 3, 2024