
भारत माता की सुन्दर है बिंदी
तब तो मनाते हैं हम दिवस हिन्दी
चाहे मराठी हो या फिर सिंधी
प्यारी हैं सभी को राष्ट्र भाषा हिंदी
हिन्दू मुस्लिम सीख ईसाई
हिन्दी में है सभी हमारे भाई भाई
मुगल आए और अंग्रेज आए
हिन्दी ने सभी को है भारत से भगाए
हिन्दी से हमारा पुराना नाता है
हिन्दी कविता हमे बहुत ही भाता है
14 सितंबर जब आता है
राष्ट्र भाषा हिंदी का उत्सव मनाते हैं
भारतेंदु और प्रेम चंद ने सराहा है
कवि निराला का अंदाज पुराना है
हम ने यह बात दोहराया है
हिन्दी मेरी पचीस साल पुरानी है
हिन्दी पर मीडिया की छाया है
पूरे विश्व में सुन्दर रंग उसने फैलाया है
जागते सोते दिल में हमारे हिन्दी है
भारत माता की यह सुंदर बिंदी है
डॉ गुलाब चंद पटेल
कवि लेखक अनुवादक
अध्यक्ष गांधी नगर साहित्य सेवा संस्था गुजरात Mo 8849794377