बेटों से मिलते नहीं बेटी जैसा प्यार ।।
बेटी है इन सृष्टि में सबसे प्रिय उपहार ।।
पढ़ लिखकर अब बेटियां करती काम महान।।
जीवन के हर क्षेत्र का अर्जित करती ज्ञान।।
चंद्रलोक तक जा चुकी बेटी शक्ति रूप।।
बेटी का अवतार है सुंदर सुखद अनूप।।
मात पिता के नाम का सदा रखें सम्मान।।
धर्म क्षेत्र में बेटियां गढ़ती कीर्तिमान।।
बेटों से बेटी अधिक करे धर्म निर्वाह।।
मात पिता की वो अधिक करती है प्रवाह।।
बेटी पाकर खुश रहे, बेटी देती प्यार।।
बिन बेटी सुना लगे,घर आंगन संसार।।
डॉ. इन्दु कुमारी
मधेपुरा बिहार