Posted inpoetry नवनिर्माण है (सृष्टि के निर्माण दिवस पर विशेष) जितनी सिद्दत से रूठी महबूबा को मनाने को महंगे उपहार लाते हो,, उससे आधी सिद्दत से भी अगर एक भी फुटपाथ पे सोनेवालों के लिय छत बनाओ,,, तो नवनिर्माण संभव है,,, Posted by Rajni Prabha March 22, 2022