बदलाव

बदलाव

राधा,नेहा,खुशबू और मोहन के साथ बहुत से लोग संस्थान में आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिंग ले रहे होते हैं।तभी अचानक जोरज़ोर से चीखनेचिल्लाने की आवाज आने लगती है।सभी आवाज की ओर दौड़ जाते है।
वहां का दृश्य देख सभी दंग रह जाते हैं।एक आदमी शराब के नशे में धूत अपने बीवीबच्चों को बुरी तरह से पीट रहा होता है।कमलेश,’कैसा बेहूदा इंसान है,कोई ऐसे जानवरों की तरह मारता है क्या?’ कहते हुए शराबी को जोड़ से खींच कर दूर फेंक देता है।
मोहन उसे शांत रहने का इशारा करते हुए। उस शराबी को चुपचाप एक कमरे में बंद कर वापस संस्थान आ जाता है।
सुबह एक दमदार चीख से उस शराबी की आंखें खुलती है।
मोहन के साथ_साथ उस शराबी के बच्चों के हाथ में भी डंडे होते है।
मोहन’रात को तुम नशे में थे, तुम्हें कुछ समझ नहीं आता, इसलिए मैंने तुम्हे छोड़ दिया।अब तुम बताओ मुझे।आखिर इस बेरहमी से मारने पीटने की वजह क्या है?
छगन’सर आप नहीं जानते ई सबको। ई मां बेटि सब के चाल बहुत खराब है। ई दूउनो बेटी सारा_सारा दिन मोबाइल पर बात करती रहती है।अपने मां के सह से।लोग सब हमको चलने नहीं देता है।’
मोहन _’कौन है वो लोग जरा नाम तो बताना।’
छगन_’अरे सर दूसरे का तो छोड़िए मेरा दोस्त जगुआ ही कह रहा था, की ई लोग जइसहीय हम रिक्शा लेकर निकलते हैं।फोन पर लग जाती है।’
मोहन’तुमको अपने बीवीबच्चा से ज्यादा भरोसा उस शराबी जगूआ पर है?’
छगन_’कईसे नहीं होगा। कालहो अपने ही पईसा से दारू पिलाया है।’
मोहन’यही तो वो चाहता है।की तुम शराब पी, पी कर मर जाओ और फिर वही दोस्त सब तुम्हारे बीवीबच्चों के साथ गलत करें। मिनी! बताओ तो उस दिन क्या हुआ था?’
मिनी_’जब हम साइकिल से दुकान का समान लेके आ रहे थे तो जगुआ ने रोक कर हमरा हाथ पकड़ लिया था। हम डरकर समान छोड़ के भाग आए थे। पप्पा सुन के खिसिया जाते यहीसुके मम्मी नहीं बताई।’
मोहन_’देखा!इसीलिए इतना कान भरा था वो तुम्हारा।अब अगर तुम इनलोगों के साथ कुछ भी किये न तो ये सब तुम्हे बांधकर इसी डंडे से रोजाना पिटेगी याद रखना।कानून व्यवस्था इन्हीं के लिय बनी है।’

छगन रोते हुए मोहन के पैरों में गिर पड़ता है’माफ कर दीजिए माईबाप। आपने आज हमारी आंखे खोल कर हमरे पूरे परिवार को बचा लिया।आज से हम दारू को हाथों नहीं लगाएंगे और कालहे से ई तीनों भी संस्थान में जाके हुनर सीखेगी।आप ही न कहते की_’गांव बदलेगा,तभी देश बदलेगा।’कहने के साथ ही उसने दारू की बोतल को जमीन पर तोड़ दिया।

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