जिन्दगी

जिन्दगी

किसी के हाथ न आती है ये जिन्दगी ,जब लगे समझ रहे हो इसे ,तुरन्त करवट बदल लेती…
मसरूफियतें।

मसरूफियतें।

------------------------ तुम्हारी मसरूफियतें क्या कभी कम ना होंगी? जब तुम्हें मिलेंगे फुर्सत के पल तब जाने मैं इस…
” मेरी माँ “

” मेरी माँ “

आंचल मेरी माँ का, पावन पुनीत मनोरम।याद आता नित्य मुझे, माँ का लाड दुलार अनुपम।निस्वार्थ भाव से सेवा…