Posted inArticles Events Short Story कल्याण और शक्ति की देवी माता कात्यायन___””सत्येन्द्र कुमार पाठक “” सनातन धर्म का शाक्त सम्प्रदाय के विभिन्न शास्त्रों के अनुसार नवदुर्गाओं में षष्ठम् रूप माता कात्यायनी का मंत्र… Posted by Rajni Prabha May 3, 2024
Posted inArticles Events poetry ब्रह्मांड का नेत्र भगवान____””सूर्यसत्येन्द्र कुमार पाठक”” ब्रह्मांड का नेत्र भगवान सूर्यसत्येन्द्र कुमार पाठकसनातन धर्म का सौरसम्प्रदाय की ग्रंथों में भगवान सूर्य की उपासना का… Posted by Rajni Prabha May 3, 2024
Posted inArticles Articles Events शक्ति और ज्ञान की देवी स्कन्द माता__”सत्येन्द्र कुमार पाठक” शक्ति और ज्ञान की देवी स्कन्द मातासत्येन्द्र कुमार पाठकसनातन धर्म के शाक्त सम्प्रदाय का विभिन्न ग्रंथों के अनुसार… Posted by Rajni Prabha May 2, 2024
Posted inArticles Events poetry ब्रह्मांड की सृष्टिकर्ता अष्टभुजी माता कुष्मांडा__ “सत्येन्द्र कुमार पाठक” ब्रह्मांड की सृष्टिकर्ता अष्टभुजी माता कुष्मांडासत्येन्द्र कुमार पाठकसनातन धर्म का शाक्त सम्प्रदाय के विभिन्न ग्रंथों में नवरात्र व… Posted by Rajni Prabha May 2, 2024
Posted inArticles Events Short Story डॉ प्रभु चौधरी को विक्रम संवत लेख पर नवरात्र साहित्य सम्मान। डॉ प्रभु चौधरी को विक्रम संवत लेख पर नवरात्र साहित्य सम्मान।। हिंदी परिवार इंदौर इकाई उज्जैन के संयोजक… Posted by Rajni Prabha May 2, 2024
Posted inEvents ghazal poetry शीर्षक——-बेटी एक वरदान है___ “कवि———निरेन कुमार सचदेवा।” शीर्षक——-बेटी एक वरदान है——- वो अपने बाप की इकलौती बेटी थी, और तेरे बाप ने दिया ही क्या… Posted by Rajni Prabha May 1, 2024
Posted inArticles Events ghazal सनातन धर्म की शाक्त सम्प्रदाय के विभिन्न ग्रंथों के अनुसार____”सत्येन्द्र कुमार पाठक” ज्ञान और समृद्धि की माता ब्रह्मचारिणीसत्येन्द्र कुमार पाठकसनातन धर्म की शाक्त सम्प्रदाय के विभिन्न ग्रंथों के अनुसार माता… Posted by Rajni Prabha April 30, 2024
Posted inArticles Events Press Note भारत धरा बसंती बयार युक्त होकर,__ “स्वरचित कृति: शरीफ़ खान” चैत्र शुक्ल प्रतिपदा भारतीय हिंदी नववर्ष भारत धरा बसंती बयार युक्त होकर,पूरा देश एक सूत्र है इस रोज़।अवनि… Posted by Rajni Prabha April 30, 2024
Posted inEvents poetry Press Note …संत….मानता हूं वो ही संत, ज्ञान कौ न जामें अन्त, …संत….मानता हूं वो ही संत, ज्ञान कौ न जामें अन्त,मात्र भगवंत जिन्हें प्राण तेऊ प्यारौ है। छोड़ धन… Posted by Rajni Prabha April 30, 2024
Posted inEvents ghazal poetry शीर्षक——इश्क़ पागलपन नहीं तो और क्या है——-? शीर्षक——इश्क़ पागलपन नहीं तो और क्या है——-?? उसकी गली से गुज़रेगी मेरी मय्यत , फ़रिश्ते ये लालच दे… Posted by Rajni Prabha April 29, 2024