Posted inEvents Press Note shayari डॉ प्रभु चौधरी को राष्ट्रीय हिन्दी एवं नागरी लिपि सम्मान मिला।। डॉ प्रभु चौधरी को राष्ट्रीय हिन्दी एवं नागरी लिपि सम्मान मिला।।।। नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के स्वर्ण… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inArticles Events ghazal डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की बिचारी। __ “डाॅ०अनिल गहलौत” डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की बिचारी।चल दिए लेकर भँवर में,धन्य है हिम्मत तुम्हारी।। हो रहे कुछ साँप अंधे,… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inEvents Short Story मानवीय जीवन का विकास है संस्कार___”सत्येन्द्र कुमार पाठक” सनातन धर्म के विभिन्न ग्रंथों में मानवीय जीवन के चतुर्दिक विकास का माध्यम षोडश संस्कार का उल्लेख किया… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inArticles Events shayari जान चेतना का आईना है लघु कथा__ “सत्येन्द्र कुमार पाठक” जान चेतना का आईना है लघु कथासत्येन्द्र कुमार पाठकमानवीय चेतना का प्रारंभिक चरण में गद्य कथा का हिस्सा… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inArticles Events Short Story ज़िन्दगी का भरपूर मज़ा कीजिए— “कवि——-निरेन कुमार सचदेव।” शीर्षक——-ज़िन्दगी का भरपूर मज़ा कीजिए———- जो कट गयी वो तो उम्र थी , जिसे जी लिया उसे ज़िंदगी… Posted by Rajni Prabha April 13, 2024
Posted inEvents poetry Press Note ये भ्रष्ट कितने धृष्ट हैं, कानून का डर पी गए!__ “डॉ० अनिल गहलौत” ये भ्रष्ट कितने धृष्ट हैं, कानून का डर पी गए!कितने बड़े चिकने घड़े, पूरा समुंदर पी गए!! मोटी… Posted by Rajni Prabha April 13, 2024
Posted inArticles Events ghazal चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले। ” एच. एस. चाहिल। बिलासपुर।” चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले।हम न देते अहमियत तो ये नहीं हमको मिले। क्यों सुनाएं गर्दिशों की… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inArticles Events shayari चाँद घनघोर घन का निवाला हुआ। __”डाॅ०अनिल गहलौत” चाँद घनघोर घन का निवाला हुआ। चाँदनी रात का गात काला हुआ।। आवरण में छिपे शब्द थे अनखुले।वाक्य… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inArticles Events चैत शुक्ल नौवीं तिथि, “डा उषा किरण श्रीवास्तव” चैत शुक्ल नौवीं तिथि को जन्म लिए है भगवान राम, भरा है हर्ष और उल्लास धरा पर खुशियां… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inArticles Events ghazal सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे। —- डाॅ०अनिल गहलौत सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे।राम-रसायन के आगे हैं, फीके अन्य रसायन सारे।। छोड़-छाड़ सब… Posted by Rajni Prabha April 8, 2024