Posted inghazal ग़ज़ल हद नदी की थी , घर बना बैठे ।बाढ़ में अपना , सब डुबा बैठे ।। रात सपने… Posted by Rajni Prabha October 2, 2023
Posted inghazal प्यार मोहब्बत का मैं हूँ भिक्षुक । मकानों के भाव क्यूँ आसमान को छू रहें हैं साहेब , मैं पूछता हूँ आप से , कुछ… Posted by Rajni Prabha September 30, 2023
Posted inghazal उम्मीदें, ख़्वाहिशें, ज़रूरते उम्मीदें , ख्वाहिशें, ज़रूरतें, हैं मेरे साथ, बड़ा हुआ हूँ जब से मैं , रहा नहीं अकेला ।क्या… Posted by Rajni Prabha September 30, 2023
Posted inghazal पिता प्रेम पिता प्रेम - लगाव भले ही पिता का , मुखर नहीं होता है।संतानों को कष्ट यदि हो ,… Posted by Rajni Prabha September 29, 2023
Posted inghazal प्रथम पूज्य मम तात हैं प्रथम पुज्य मम तात है, दिया मुझे संसार। करूॅं नमन में तात श्री, करता हिय उपकार।। उॅंगली मेरी… Posted by Rajni Prabha September 29, 2023
Posted inghazal तुमसे मिलकर तुमसे मिलकर मेरी तलाश पूरी हुई,सनम! मेरे दिल की प्यास पूरी हुई। भटकता रहता था सुकून पाने को,तुम्हें… Posted by Rajni Prabha September 27, 2023
Posted inghazal अपनी मोहब्बत का शिकवा तुम से कैसे करूँ मैं अपनी मोहब्बत का शिकवा तुम से कैसे करूँ , मोहब्बत तो हमने की है , तुम तो… Posted by Rajni Prabha September 27, 2023
Posted inghazal poetry जिंदगी है तू जिंदगी हमें मिली, जी भर के जीने के लिए,जिंदगी में तू नहीं, तो जिंदगी किस काम की। शान… Posted by Rajni Prabha September 14, 2023
Posted inArticles Events ghazal इनतज़ार हमेशा रहेगा, पर अब हम आवाज़ नहीं देंगे । इनतज़ार हमेशा रहेगा, पर अब हम आवाज़ नहीं देंगे ।दिल टूट चुका है , जिस्म ज़ख़्मी है ,… Posted by Rajni Prabha August 28, 2023
Posted inArticles ghazal चित्र आधारित ग़ज़ल चित्र आधारित ग़ज़लबहर काफिया अरजिगर , शजर , ख़बर, डगरकसर ,l बशररदीफ़ क्यों है आज पत्थर बना जिगर… Posted by Rajni Prabha August 27, 2023