देवालयों में शंख ध्वनि,__”जुगेश चंद्र दास”

देवालयों में शंख ध्वनि,पुष्प गंध पूजा मंत्रोच्चार।आतिशबाजी फुलझड़ी,नव हर्ष नव वर्ष त्यौहार।। चैत्र मास शुक्ल प्रतिपदा,पावन हिंदू नव…

ये इश्क़ ओ मोहब्बत के क़ायदे क़ानून हैं__ “कवि———निरेन कुमार सचदेवा।”

शीर्षक——-इश्क़ करना इतना आसान भी नहीं है ——- ये इश्क़ ओ मोहब्बत के क़ायदे क़ानून हैं मुख़्तलिफ़ ,…

सुप्त सौन्दर्य की नींद__”बृजेश आनन्द राय,”

सुप्त सौन्दर्यकी नींदऔरभावनाओं काउद्वेलनतन्द्रा कीबेपरवाहीऔरप्रतीक्षा काजागरणधैर्य-शक्ति कापरीक्षणऔरघुटन काअवलम्बनशून्यात्मक-अभिव्यक्तिऔरहृदय कातुमुलनादटीले कीरेतऔरसागर काशोरबहुत-कुछशान्तहो गयाहर एकज्वार काअन्त होगया'वह-मौसम' भी निश्चिन्त हो…

यह मोह है__”बृजेश आनन्द राय”

'इन्द्रधन्वा-दैवीय-रूपाभाऔरनिर्दोष मुस्कानों की श्वेत-श्यामरिमझिमी-बारिशसंगमरमरी पत्थरों सासदाबहार-काल्पनिक-उठानी-यौवनऔरलम्ब-काया काझूमता सागौनहृदय-हीन भावना-रहितमूर्तियों का मोहऔर जन्म-जन्मांतर केसम्बन्धों का एक-मात्र संस्कार' …जिन्दगी जला…