Posted inghazal poetry shayari पंख बिन परवाज़ हर दिल प्यार से।पर रहे मोह्ताज भी इकरार से। एक ग़ज़ल लिखने का प्रयास। फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन२१२२-२१२२-२१२पंख बिन परवाज़ हर दिल प्यार से।पर रहे मोह्ताज भी इकरार… Posted by Rajni Prabha April 17, 2024
Posted inEvents ghazal poetry नारी जीवन की जननी है, यही तोशक्ति न्यारी है।__ ” शरीफ खान” नारी-शक्ति पर स्वनिर्मित रचना। नारी जीवन की जननी है, यही तोशक्ति न्यारी है।घोर विपत्ति,बाधाओं में भी,डर कर कभी… Posted by Rajni Prabha April 17, 2024
Posted inghazal poetry shayari जहाँ तक हो सके जुड़े रहना बुजुर्गों से… “निरेन कुमार सचदेवा।” शीर्षक——बुजुर्गों का ऐहतराम कीजिए ——— जहाँ तक हो सके जुड़े रहना बुजुर्गों से…….चट्टानों से जुड़े पत्थर टूटते हैं… Posted by Rajni Prabha April 17, 2024
Posted inArticles Events ghazal डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की बिचारी। __ “डाॅ०अनिल गहलौत” डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की बिचारी।चल दिए लेकर भँवर में,धन्य है हिम्मत तुम्हारी।। हो रहे कुछ साँप अंधे,… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inghazal poetry shayari शीर्षक – हे जगत जननी , मात दुर्गे_ शीर्षक - हे जगत जननी , मात दुर्गे हे जगत जननी , मात दुर्गे ,निशदिन तुम्हें निहारूँ मां… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inghazal shayari आप क्या सोचते हो ,कौन ज़्यादा अच्छी शायरी लिखता है “कवि——-निरेन कुमार सचदेवा।” शीर्षक———एक अच्छा शायर कौन है??? आप क्या सोचते हो ,कौन ज़्यादा अच्छी शायरी लिखता है , एक टूटा… Posted by Rajni Prabha April 13, 2024
Posted inghazal shayari ये आँसू मेरे दिल की ज़ुबान हैं कवि——-“निरेन कुमार सचदेवा।” ——ये आँसू मेरे दिल की ज़ुबान हैं——— जब लबों पर जगह नहीं मिलती , लफ़्ज़ आँखों में रहने… Posted by Rajni Prabha April 13, 2024
Posted inArticles Events ghazal चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले। ” एच. एस. चाहिल। बिलासपुर।” चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले।हम न देते अहमियत तो ये नहीं हमको मिले। क्यों सुनाएं गर्दिशों की… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inghazal shayari कि उसकी बेरुखी हुई, मुझमें,मैं ही ना रहा ___ “डॉ विनोद कुमार शकुचन्द्र” कि उसकी बेरुखी हुई, मुझमें,मैं ही ना रहादुश्मन ये आशिकी हुई,मुझमें,मैं ही ना रहा मुझको देख हंस रहा… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inArticles Events ghazal सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे। —- डाॅ०अनिल गहलौत सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे।राम-रसायन के आगे हैं, फीके अन्य रसायन सारे।। छोड़-छाड़ सब… Posted by Rajni Prabha April 8, 2024