पंख बिन परवाज़ हर दिल प्यार से।पर रहे मोह्ताज भी इकरार से।

एक ग़ज़ल लिखने का प्रयास। फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन२१२२-२१२२-२१२पंख बिन परवाज़ हर दिल प्यार से।पर रहे मोह्ताज भी इकरार…

नारी जीवन की जननी है, यही तोशक्ति न्यारी है।__ ” शरीफ खान”

नारी-शक्ति पर स्वनिर्मित रचना। नारी जीवन की जननी है, यही तोशक्ति न्यारी है।घोर विपत्ति,बाधाओं में भी,डर कर कभी…

जहाँ तक हो सके जुड़े रहना बुजुर्गों से… “निरेन कुमार सचदेवा।”

शीर्षक——बुजुर्गों का ऐहतराम कीजिए ——— जहाँ तक हो सके जुड़े रहना बुजुर्गों से…….चट्टानों से जुड़े पत्थर टूटते हैं…

डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की‌ बिचारी। __ “डाॅ०अनिल गहलौत”

डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की‌ बिचारी।चल दिए लेकर भँवर में,धन्य है हिम्मत तुम्हारी।। हो रहे कुछ साँप अंधे,…

आप क्या सोचते हो ,कौन ज़्यादा अच्छी शायरी लिखता है “कवि——-निरेन कुमार सचदेवा।”

शीर्षक———एक अच्छा शायर कौन है??? आप क्या सोचते हो ,कौन ज़्यादा अच्छी शायरी लिखता है , एक टूटा…

चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले। ” एच. एस. चाहिल। बिलासपुर।”

चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले।हम न देते अहमियत तो ये नहीं हमको मिले। क्यों सुनाएं गर्दिशों की…

सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे। —- डाॅ०अनिल गहलौत

सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे।राम-रसायन के आगे हैं, फीके अन्य रसायन सारे।। छोड़-छाड़ सब…