Posted inghazal ग़ज़ल (हिंदी)-“हलधर” कैसे कैसे सपने पाले बैठा है ।जाल मछेरा अब भी डाले बैठा है । मछली को मालूम बनूंगी… Posted by Rajni Prabha November 12, 2023
Posted inghazal 🙏 नमस्कार साथियों 🙏”एच. एस. चाहिल” हर दिल में खुदाई है, रुसवा न करो दिल को।उल्फत न सजे फिर भी मिटने तो न दो… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inghazal poetry चालाकियाँ जानी नहीं-“सुविधा पंडित” आँखों में उसके फिर वही दीवानगी पढ़ने लगी,रुसवाइयों का डर नहीं आवारगी पढ़ने लगी। मासूम थी मैं तो… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inghazal अरकान-“एच. एस. चाहिल” मुतफ़ाइलुन मुतफ़ाइलुन, मुतफ़ाइलुन मुतफ़ाइलुनजो बहार बिन न फ़िज़ाॅं सजे, तो करार कैसे हो प्यार बिन।ये सिखा रही अब़… Posted by Rajni Prabha October 18, 2023
Posted inghazal ग़ज़ल( हिंदी)-“हलधर” कमसिन है लाज़वाब है हिंदी की ये ग़ज़ल ।समझो नहीं खराब है हिंदी की ये ग़ज़ल । ये… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inghazal ठीक नहीं-“डॉ विकास शर्मा” सुनो! अपना बनाकर गैर बनाना ठीक नहीं,छोटी छोटी बातों पर बैर बढ़ाना ठीक नहीं।दया धर्म दिखाओ तो सुपात्र… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inArticles ghazal भटक रहें हैं हम सब सुकून की तलाश में अजब मुकाम पे ठहरा हुआ है काफिला जिंदगी का…सुकून ढूढनें चले थे, नींद ही गवा बैठे…क्या बताएँ यारों,… Posted by Rajni Prabha October 9, 2023
Posted inArticles ghazal मेरे ज़िन्दगी की कहानी , चंद लफ़्ज़ों में कौन कहता है ख़ूबसूरती उम्र की मोहताज है…आशिक़ों और रसिकों के सर पर तमाम उम्र चमकता रहता ख़ूबसूरती… Posted by Rajni Prabha October 9, 2023
Posted inghazal गजल किसी के जाने से सांसों का कारोबार नहीं रुकता।हम भले ही रुक जाएं, मगर ये संसार नहीं रुकता।… Posted by Rajni Prabha October 2, 2023
Posted inghazal गजल राह प्रेम की हो तो, फूल बिछा दीजिए।प्यार की नज़र पर पर्दा लगा दीजिए।। पाली नफरत को नजर… Posted by Rajni Prabha October 2, 2023