Posted inpoetry बांटना है तो सबको खुशी बांटिये। – सीताराम साहू “निर्मल” बांटना है तो सबको खुशी बांटिये,सबने दामन में गम हैं सजाए हुए।खुशियां भी है मिली सोचते हैं नही,,देखते… Posted by Rajni Prabha August 3, 2023
Posted inpoetry सफलता याद रखें.. सफलता कर्म के साथ जुड़ी होती है! क्योंकि.. सफल लोग कभी रूकते नहीं है,, वे गलतियां अवश्य करते हैं.. परंतु… Posted by Rajni Prabha August 3, 2023
Posted inpoetry मजदूर – डॉ अरविंद आनंद मजदूर हूँ , मेहनत की हद पार करने पर हो जाता मजबूर हूँफिर भी आए दिन ना जाने… Posted by Rajni Prabha August 3, 2023
Posted inpoetry ख्वाहिश – कविता चल मिलके रश्मों रिवाजो को तोड़ते हैं हम,जो भी बीता अब तलक वो छोड़ते हैं हम। बन जा… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023
Posted inpoetry अरमान (कविता) होता है इस जहां में एहसास अपना अपना,,पूरा हुआ तो हकीकत,टूट जाय अगर तो सपना। मुमकिन नहीं हो… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023
Posted inpoetry मुंशी प्रेमचंद-आरती तिवारी सनत संघर्षों से जीवन शुरू हुआसंघर्ष ही जीवन भर रहा..आत्मविश्वास से भरा साहित्यकार..उपन्यास कहानीकार निबंधकारगबन गोदान निर्मला कर्मभूमि सेवासदन..बूढ़ी… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023
Posted inpoetry टुटा हुआ विश्वास – श्याम देव प्र० पंडित टुटा हुआ विश्वासऔर छूटा हुआ बचपन,जिंदगी में कभी दुबारा वापस नहीं मिलता !! " नफरतों में क्या रखा… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023
Posted inpoetry कलयुग सतयुग,द्वापर,त्रेता,कलयुग,सबका केवल एक विधान।चक्र चले चाहे जैसा भी,स्त्री का केवल अपमान। राजा,महर्षि,गुरु,सखा,चाहे सत्ता पर हो प्रधान।चीर हरण तो… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023
Posted inpoetry कारगिल विजय दिवस – कौशल किशोर अमर शहीदों बार -बार याद जब आप आएंगे , मरकर भी इन वीरों का कर्ज चुका न पाएंगे।… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023
Posted inpoetry क्यों लाज नहीं आई तुम्हे ? – विजय कुमारी सहगल क्यों लाज नहीं आईतुम्हें? एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हुएक्यों लाज नहीं आई तुम्हें? एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाते हुएक्यों लाज… Posted by Rajni Prabha August 1, 2023