Posted inshayari गजलकाफिया:आररदीफ: हुआ तो कैसे-“डाॅ सुमन मेहरोत्रा’ दिल को लेकर चलते व्यापार हुआ तो कैसे।अश्क जमा न कर सके इजहार हुआ तो कैसे।। माना नासमझ… Posted by Rajni Prabha November 27, 2023
Posted inshayari दोहे-“भीम सिंह नेगी” भूल गये वे लोग सब, उम्र रहे जिन संग।दुनिया के इस रंग को, देख हुआ मैं दंग।। जहाँ… Posted by Rajni Prabha November 21, 2023
Posted inshayari हर दिल में खुदाई है-“एच. एस. चाहिल” हर दिल में खुदाई है, रुसवा न करो दिल को।उल्फत न सजे फिर भी मिटने तो न दो… Posted by Rajni Prabha November 11, 2023
Posted inArticles shayari संसार-“बृजेश आनन्द राय” संसार के किसी अन्य व्यक्ति से नहींएक मात्र तुमसे आशा थी कि-- हम-तुम…'साथ बिताए न बिताए हर इक… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inshayari ना जाने-“डॉ सुलक्षणा” ना जाने कब रहमत होगी परवरदिगार की,तड़प बढ़ती ही जा रही है तुम्हारे दीदार की।टकटकी लगाए बैठी रहती… Posted by Rajni Prabha November 10, 2023
Posted inshayari मत-“जुगेश चंद्र दास” रहो जहांँ जिस काम में,उस दिन आना गांँव।मूल्यवान मत डालना , पाने शीतल छाँव।। नहीं छलावे में पड़ो… Posted by Rajni Prabha November 9, 2023
Posted inshayari तेरे सुनें जहां में-“कुलदीप सिंह रुहेला” खोंकरतुमको लगातुम ही जीवनकी सारमेरीपतझड़के मौसममें बनके बहारक्यों तुमबनी आज फिर जीने की तमन्ना जागीमेरे ह्रदयमेंसुनेजहां मेंतेरा इंतजार… Posted by Rajni Prabha November 7, 2023
Posted inshayari ए साहिब!-“डॉ सुलक्षणा” ए साहिब! मैं रहती जरूर हूँ आपके शहर में,पर दिल पड़ा है मेरा अपने गाँव में,आधुनिक बन गयी… Posted by Rajni Prabha October 30, 2023
Posted inshayari साँसों की डोर टूट जाये तो बेहतर हो,वरना मन की बेचैनी बढ़ती जाएगी। ©®डॉ विकास Posted by Rajni Prabha October 14, 2023
Posted inshayari मांगी है मोहलत-“डॉ विकास शर्मा” मांगी है मोहलत उस खुदा से तेरा कर्ज चुकाने को,अपनी साँसें जो गिरवी रखी हुई हैं हमने तेरे… Posted by Rajni Prabha October 14, 2023