सच में ये नादान भी बेमिसाल हैं, दिलों में अँधेरा है और दीपक मंदिरों में जलाते हैं ।__ “”कवि———निरेन कुमार सचदेवा।””

शीर्षक——बहुत अजीब है ये आधुनिक दुनिया—— सच में ये नादान भी बेमिसाल हैं, दिलों में अँधेरा है और…

जीवन और प्रेम में कभी-कभी__ “बृजेश आनन्द राय,”

जीवन और प्रेम में कभी-कभी…………..--------------------------------------------- ‌‌……………………..'जीवन और प्रेम' मेंकभी-कभीएक तरफ की'एक छोटी सी नासमझी की त्रुटि'जब दोनों तरफ…