Posted inEvents Short Story मानवीय जीवन का विकास है संस्कार___”सत्येन्द्र कुमार पाठक” सनातन धर्म के विभिन्न ग्रंथों में मानवीय जीवन के चतुर्दिक विकास का माध्यम षोडश संस्कार का उल्लेख किया… Posted by Rajni Prabha April 16, 2024
Posted inArticles Events Short Story ज़िन्दगी का भरपूर मज़ा कीजिए— “कवि——-निरेन कुमार सचदेव।” शीर्षक——-ज़िन्दगी का भरपूर मज़ा कीजिए———- जो कट गयी वो तो उम्र थी , जिसे जी लिया उसे ज़िंदगी… Posted by Rajni Prabha April 13, 2024
Posted inArticles Short Story जान चेतना का आईना है लघु___ “कथासत्येन्द्र कुमार पाठक” मानवीय चेतना का प्रारंभिक चरण में गद्य कथा का हिस्सा लघुकथा है । लघु कथाएं एकल प्रभाव या… Posted by Rajni Prabha April 13, 2024
Posted inArticles Events ghazal चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले। ” एच. एस. चाहिल। बिलासपुर।” चाहती गर्दिश हमेशा अहमियत उसको मिले।हम न देते अहमियत तो ये नहीं हमको मिले। क्यों सुनाएं गर्दिशों की… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inpoetry Short Story शीर्षक——April fool ज़रूर बनायें कवि———”निरेन कुमार सचदेवा।” पहली April को दोस्तो यारो , April Fool ज़रूर बनायें , क्यूँकि ख़ुशनुमा ख़ुशहाल ज़िंदगी के लिए हँसना… Posted by Rajni Prabha April 12, 2024
Posted inArticles Events ghazal सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे। —- डाॅ०अनिल गहलौत सूरज देख लिया हो जिसने, उसे न सोहें चाँद-सितारे।राम-रसायन के आगे हैं, फीके अन्य रसायन सारे।। छोड़-छाड़ सब… Posted by Rajni Prabha April 8, 2024
Posted inArticles Events poetry मूढ़ मनुज को दिखी प्रकृति अनमनी नहीं। मूढ़ मनुज को दिखी प्रकृति अनमनी नहीं।उसको दिखतीं इसकी भौंहें तनी नहीं। एक अँधेरा पहने खड़ी निशा बोझिल।बुझा-बुझा… Posted by Rajni Prabha April 8, 2024
Posted inArticles ghazal poetry आसान क्या है ,मुश्किल क्या है ? आसान क्या है ,मुश्किल क्या है ? प्रेम या नफ़रत?सच या झूठ?ईमानदारी या बेईमानी? कई किरदार एक चेहरे… Posted by Rajni Prabha April 8, 2024
Posted inShort Story बहुत अजीब ओ गरीब है आजकल की दुनिया-“निरेन कुमार सचदेवा” क्या करामात है क़ुदरत की, कोई रो कर दर्द बहलाता है , और कोई हँस कर दर्द छुपाता… Posted by Rajni Prabha March 27, 2024
Posted inpoetry Short Story ।। महादेव-पार्वती की होली ।। एक समय कैलाश पर्वत पर तप साधना में लीन भगवान् शिव का ध्यान अचानक से भंग हो आया।… Posted by Rajni Prabha March 27, 2024