
चैत शुक्ल नौवीं तिथि को
जन्म लिए है भगवान राम,
भरा है हर्ष और उल्लास
धरा पर खुशियां अपरंपार।
चौदह भुवन गूंज रहा है,
जन में सुमंगल बधाई है।
राजा दशरथ परम आनंदित
जन्म लिए पुरूषोत्तम राम
धरा पर खुशियां,,,,,,,
राज महल में तीनों महारानी
भर-भर झोली बांट रहीं हैं स्वर्ण
गुरु बशिष्ठ जी खुशी मनाते,
आ गये जगत के पालनहार
धरा पर खुशियां ,,,,,,,,
बाज रही घर-घर में बधावा
महल की शोभा न्यारी है ,
सखियां नाचें सोहर गावें
आ गये जन-जन के तारणहार
धरा पर खुशियां ,,,,,,,,
पांच सौ वर्षों के बाद अवध में
मंदिर का निर्माण हुआ,
देवलोक आह्लादित हो गये
अब होगा पापियों का संघार
धरा पर खुशियां ,,,,,,,,,,,,,,