कायदे में रहे, फायदे में रहे
लक्ष्मण रेखा के सीमा में रहे
एक सीमा सीमा के पार गई
एक सीमा सीमा के पार आई
बालकों को छोड़ कर आखिर
सीमा गई नरक के द्वार
प्यार की ऐसी उन्माद
या फेसबुकिया बुखार
सारी शर्मो हया को लांघ कर
चढ़ी छिपकली जब दीवार
तो फीका लगा उन्हें अपना
बसा बसाया घर संसार !!
नाक ना रहे तो मैला खा जाए
सुना था मुहावरा कई बार
सीमा और अंजू ने लांग कर सीमा
कर दिया मुहावरे को चरितार्थ।।
भागीरथ सिन्हा