आपके लिए नया वर्ष शुभ हो-“निरेन कुमार सचदेवा”

अभी नए साल के आने में थोड़ा वक़्त है , लेकिन New year resolutions मैं अभी से बना रहा हूँ , और उम्मीद करता हूँ कि कर पायूँगा इन पर अमल ।
आजकल की दुनिया कुछ हद तक कीचड़ जैसी हो गयी है ,और मैं उस में खिलना चाहता हूँ जैसे कि फूल ऐ कमल ।
सोचो तो कीचड़ में भी किस ख़ूबसूरती से खिल उठता है कमल का फूल , मैं वो नहीं दोहराना चाहता जो अब तक कीं हैं मैंने भूल।
देखो तो कमल के फूल का कितना आकर्षक है रंग ,ये लुभाता है मन को और रोचक बनाता है जीवन को ।
कुछ इस तरह से मैं दिलों को जीतना चाहता हूँ , प्यार , प्रेम के अहसासों को फैला , एक ख़ुशनुमा ख़ुशहाल ज़िंदगी जीना चाहता हूँ ।
बुरा लगता है ये सोच कर कि आजकल की दुनिया में बहुत फैली हुई है कीचड़ के समान गन्दगी, मैं चाहता हूँ कि अब जीवन में हो बस सादगी ही सादगी ।
रिश्ते नाते भी आजकल बिकाऊ हो चुके हैं , फैला हुआ है अहसासे लालच , बद से बदतर होती जा रही है दुनिया की हालत ।
इस नए साल में मौला तू कर कुछ ऐसी रहमत , कि स्नेह और प्रेम कुछ इस तरह पनपे , विवशता के कारण, हर इंसान को प्यार करने की पड़ जाए आदत ।
मैं चाहता हूँ कि नव वर्ष करे जिंदगानियों को कुछ इस तरह उजागर , कि बहने लगें बाशिंदों के दिलों में मोहब्बतों के अथाह सागर !
फिर मैं ख़ुद से ही सवाल करने लगता हूँ कि क्या ऐसा होना है मुमकिन , फिर सोचता हूँ कि अगर दृढ़ निश्चय हो , हौंसले बुलंध हो , तो कुछ भी नहीं है नामुमकिन ।
तो मेरे मेहेरबानो , इस दुनिया में बदलाव लाने के लिए मुझे आपके सहारे की है ज़रूरत ।
अगर हम सब संकल्प कर लें तो बदल सकते हैं हम इस कायनात की सूरत ।
तो दोस्तो 2024 को हम हँसी और ख़ुशी से भरपूर साल बनाएँगे , ख़ुद भी हँसेंगे , औरों को भी हसाएँगे ।
मन में नहीं रखेंगे कोई भेद भाव , ना कोई ऊँचा होगा ना नीचा , सब से एक समान बर्ताव करेंगे , कोई अमीर हो या फ़क़ीर ।
कोई रईस हो या ग़रीब , दिल तो सब में एक जैसे धड़कता है , और ख़ून का रंग भी सब में है लाल ।
फिर सिर्फ़ दौलत के कारण , अनुचित है करना किसी से मलाल ।
तो यारो , ये क़सम खाते हैं कि 2024 में नेकनामी के मार्ग पर चलेंगे हम ।
और जात पात जैसा भी कुछ होता है , हम मिटा देंगे ये भ्रम ।
कितना ख़ुशगवार होगा वो दिन जब सम्पूर्ण कायनात में फैली होगी ख़ुशी , क्यूँकि होगी समानता ।
उस दिन रब भी अत्यधिक ख़ुश होगा , उस दिन ठहाके लगा कर हँसेगी मानवता , उस दिन इस धरती से दूर होगी अराजकता !
लेखक——-निरेन कुमार सचदेवा
Friends 👫, this is my New Years resolution , are you agreeable ?
Need your feedback and valuable suggestions my dears .

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