जिम्मेदारी से मिलती है पगड़ी |
जिम्मेदारी से बनती है पगड़ी |
सर की शोभा को बढ़ाती है पगड़ी |
इंसान को अलग पहचान देती है पगड़ी |
जिन्दगी के कायदे और कानून से बंधी होती है पगड़ी |
पगड़ी बंधा इंसान हजारों की भीड़ को न्याय दिलाता है |
पगड़ी बंधा इंसान सभी की समस्या को सुनता है |
बुजर्गो का आशीर्वाद होती है पगड़ी |
बुजर्गो के समर्पण व आत्मसम्मान का
प्रतिक होती है पगड़ी |
चंद पैसों के लिये जो अपनी पगड़ी को है नीलाम करता |
वह इंसान होकर के भी दानव का रुप है निभाता |
नाम- रजत त्यागी
जिला- मुजफ्फरनगर
राज्य- उत्तरप्रदेश
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