
आँखें खोली जिनकी गोदी,
वह मेरे पिता हैं।
दुनिया देखी जिनकी गोदी,
वह मेरे पिता हैं।
हैं हम जिनके चाँद सितारे,
वह मेरे पिता हैं।
जग के हीरे मोती सारे,
वह मेरे पिता हैं।
कभी हंसाते कभी रुलाते,
कभी खुद भी बच्चे बन जाते।
गुस्से में जब आँख दिखाते,
पल भर में ही हम सहम जाते।
पिता मेरे थोड़े सख्त हैं,
जैसे कोई तख्त हैं।
सारे परिवार को एक बनाएं,
ऐसे मजबूत दरख़्त हैं।
खुद से अधिक परवाह हमारी,
पिता ही तो करते हैं।
बिना कहे हमारी बात समझ,
सब पहले ही ले आते हैं।
कैसे बतलाएं हम पिताजी,
क्या हो आप हमारे लिए।
शब्द ही कम पड़ जायेंगे,
जो लिखने लगे हम आपके लिए।
खुशी में हमारी खुशी अपनी देखें
वह मेरे पिता हैं।
कष्ट स्वयं उठाकर हंसी हमे देवे,
वह मेरे पिता हैं।
रह _ रहकर सीने में जिनके जलती
गमों की एक चिता हैं।
सुरक्षित है हम जिनकी छाया
वह मेरे पिता हैं।
जग के मतलबी भीड़ में, दिव्य अलौकिक किरण
वह मेरे पिता हैं।
मुश्किल भरी डगर में, नई प्रभा हौसले की किरण
वह मेरे पिता हैं।
हमारे लिए दुनिया के अनमोल रतन,
वह मेरे पिता हैं।
शीश झुकाऊं प्रभु से पहले, आगे जिनके,
वह मेरे पिता हैं।
स्वरचित एवं मौलिक
शिखा गोस्वामी”निहारिका”
मारो (चंद्रखुरी) मुंगेली छत्तीसगढ़
Bahut badhiya 👍👍👍👍
आदरणीया शिखा जी ,
बहुत-बहुत बधाई ! *पिता* पर अतीव श्रेष्ठतम् शब्दयुत पावन , मार्मिक व यथेष्ठ भावनाओं की पारिकाल्पनिक सृजन प्रस्तुतीकरण सह जनक वंदनीयता हेतु असीम, अशेष,अनेकानेक , अविस्मरणीय अनंतानंत हार्दिक शुभकामनाएँ । आप सदैव उच्चस्तरीय सृजनात्मकता की छटा साहित्य व समाज को परोसते रहें तथा सम्मान के सर्वोच्च तुंग को स्पर्श करें ।
इन्हीं शुभकामनाओं के साथ !
।।आपका शुभाकांक्षी ।।
*(नरेन्द्र वैष्णव “सक्ती”)*
छत्तीसगढ़
Bahut hi pyara likha mam aapne😊
Bahut pyara likha mam😊
Good mam😊
Bahut badhiya
Bahut sunder lines
बहुत सुंदर रचना दीदी
So nice line
Sunder lines
बहुत बढ़िया प्रयास आपका ऐसे ही यह सुर सरिता बहती रहे मानव जीवन को मार्गदर्शन करती रहें साधुवाद
Bahut Sundar Kavita hai Bahana 👍👌👌
बहुत बढ़िया प्रयास आपका आदरणीया जी
मस्त है 🙏 जोहार
बहुत बढ़िया प्रयास आपका आदरणीया जी ऐसे सुर सरिता हमेशा बहती रहे और मानव जीवन को मार्गदर्शन मिलता रहे
Very nice 👍
Bahut hi sunder
शिखा बहुत सुंदर तुम्हारी रचना पिता पर भावुक करने वाली
बहुत बेहतरीन रचना है
वाह, बहुत सुन्दर और marmiik लिखा है aapne… ढेरों प्यार!! Aap इसी तरह लिखते रहें!!
Bahut achcha beta akdam mast
Bhut badiya hai
No
Very good
Extraordinary beta
👌👌👌❤
Bahut badhiya bless you
Nice 👍🏻
Nice 👍🏻👍🏻
Nice 👍🏻👍🏻👍🏻
Very good
बहुत ही सुंदर रचना बेटा शिखा
Bahut sundar didi ❤️❤️❤️
Bahut hi sundar 👌👌👍👍👍☺️☺️
Bahut hi sundar 👌👍😊
बहुत सुंदर
Nice 👍👍👍
पिता पर सुंदर अभिव्यक्ति शिखा जी, वाह।
Bahut sunder 👌👌👌
Bhot hi sunder nanad ji
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीया शिखा गोस्वामी जी। मां सरस्वती जी की कृपा दृष्टि से आप सदा आगे बढ़े, यही शुभकामनाए।
Very good beta keep it up 👍 proud of you
Bahut sunder
Very nice line bhanji
बेहतरीन लाजवाब
पिता की आन बान शान होती है बेटी
‘पिता’ पर बहुत ही बढ़िया रचना लिखा आपने शिखा जी। 👌👌
Wah lakwab bhut bhut sunder kavita hai didi
Wah lajwab bhut bhut sunder kavita hai didi
Bhut subdr
Good didi super
Nice
आदरणीय शिखा जी आपकी कविताएं आपके लिखे हुए उपन्यास व शायरी यह सब कुछ अद्भूति है आपके अंदर बहुत ही अच्छी कला है जिसे लोग लेखक के नाम से जानते हैं आप एक बहुत अच्छी लेखक हैं बहुत अच्छा सोचती व लिखती है एक दिन आप जरूर अपना नाम रोशन जरूर करेंगी कामयाबी की बुलंदियों को छूकर
बहुत सुंदर रचना शिखा जी👌🏼👏🏼👏🏼
बहुत सुंदर दीदी
Bahut achha 👌👌
BAHUT SUNDER AISE HE AAGE BADHTE RAHO…BAHUT SUNDER KAVITA
Lovly poem 💖
बहुत ही मार्मिक और सुंदर व्याख्या की आपने अपनी कविता में पिता के रूप में और पिता के जीवन की परिभाषा का आपने बहुत सुंदर वर्णन किया है आपकी लेकिन बहुत ही सुंदर और बेहतरीन है लाजवाब है मेरे पास तो शब्द भी नहीं है इतनी अच्छी कविता आपने लिखी है आपको ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाई आप सफलता की नई सीढ़ियों पर चढ़ती जाए ऐसी हमारी शुभकामनाएं
Superb Sikha 👍🏻👌🏻👌🏻
Dil ko chhu jaye aisi aapki kavita h 👌🏻
Keep it up 👍🏻😊