
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में आभासीय महिला कार्यकारिणी बैठक- पदाधिकारी परिचय, दायित्व एवं कार्य विस्तार पर आभासी संगोष्ठी आयोजित की गई इसमें मुख्य वक्ता के रूप मंतव्य देते हुए डॉ. प्रभु चौधरी , उज्जैन, महासचिव राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने कहा कि- विपरीत परिस्थितियों में हमें संघर्ष के साथ निर्णय लेने का साहस एवं जीवन में निराशा का भाव नहीं रहने देना ही मानव की पहचान है ।जीवन में हताशा के चरणों को भी खुशी-खुशी अपनाना चाहिए क्योंकि सुख-दुख एक दूसरे के पर्याय होते हैं। संगठन में भी कभी ज्यादा कभी कम संख्या एवं उपस्थित आती जाती रहती। हमें जीवन में निरंतर सकारात्मक प्रयत्न जीवन में करते रहना चाहिए। हमने 3 से 3000 सदस्य संख्या तक ईश्वर का कार्य समझकर संगठन को पहुंचाया जिसमें आप सभी का सहयोग मिला एवं मिलता है।
श्री बृजकिशोर शर्मा, उज्जैन, पूर्व शिक्षा अधिकारी एवं अध्यक्ष, राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने कहा कि- महिलाओं में संतुलन क्षमता अत्यधिक होती है इसीलिए ऐसा कहें,करें जो सकारात्मक क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में सक्षम हो।
कार्यकारी अध्यक्ष , राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, श्रीमती सुवर्णा जाधव ने कहा – सशक्त महिलाएं सभी क्षेत्रों में कार्य भी कर सकती हैं ।
अध्यक्ष, महिला इकाई , डॉ.शिवा लोहारिया ने कहा कि सभी कार्यों का बंटवारा कर दिया जाना जावेगा ।
कार्यकारी अध्यक्ष , डॉ. रश्मि चौबे , गाजियाबाद ने कहा – सबको मिलकर कार्य करना होगा।
डॉ .अनसूया अग्रवाल, छत्तीसगढ़, संयोजक, राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने कहा- युवा शक्ति को प्रेरित करने के लिए हम कॉलेज में कार्यक्रम करेंगे।
श्वेता मिश्रा , पुणे , ने कहा बूंद-बूंद से तालाब भरता है सभी के छोटे-छोटे प्रयत्न बड़ा काम कर सकते हैं।
सुश्री बबीता मिश्र, प्रदेश संयोजक महिला इकाई, राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने कहा सभी मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अलग जगह बना सकते हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. रश्मि चौबे, गाजियाबाद ने एवं आभार पुष्पा गरोठिया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोपाल ने माना ।। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ.संगीता पाल ,कच्छ, गुजरात , राष्ट्रीय उप सचिव ,राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की सरस्वती वंदना से हुआ । स्वागत भाषण श्रीमती मनीषा पाटिल , खंडवा ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ,महिला इकाई ,राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने किया । प्रस्तावना डॉ.शहनाज शेख, नांदेड़, राष्ट्रीय उप महासचिव , राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने प्रस्तावित की।इस अवसर पर डॉ अलका, महाराष्ट्र ,रजनी प्रभा, राष्ट्रीय सचिव पटना , डॉ अरुणा सराफ प्रदेश महासचिव इन्दौर प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. शशि निगम, इंदौर, मध्य प्रदेश उपाध्यक्ष , राष्ट्रीय शिक्षक संचेना, डॉ. अरुणा शुक्ला , नांदेड़, राष्ट्रीय संयोजक ने भी विचार व्यक्त किए।