डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की‌ बिचारी। __ “डाॅ०अनिल गहलौत”

डगमगाती, काँपती-सी, नाव कागज की‌ बिचारी।चल दिए लेकर भँवर में,धन्य है हिम्मत तुम्हारी।। हो रहे कुछ साँप अंधे,…

मानव जीवन को सकारात्मक ऊर्जा का दिवस चैती छठ __”सत्येन्द्र कुमार पाठक”

मानव जीवन को सकारात्मक ऊर्जा का दिवस चैती छठसत्येन्द्र कुमार पाठकसनातन धर्म के ऋग्वेद , आयुर्वेद , यजुर्वेद…

आप क्या सोचते हो ,कौन ज़्यादा अच्छी शायरी लिखता है “कवि——-निरेन कुमार सचदेवा।”

शीर्षक———एक अच्छा शायर कौन है??? आप क्या सोचते हो ,कौन ज़्यादा अच्छी शायरी लिखता है , एक टूटा…